मधुरम समय
गाय माता देवमयी
मधुरम समय, देहरादून।
भारतीय संस्कृति में गाय माता को विशेष महत्व प्राप्त है। हिन्दू धर्म में इनकी पूजा की जाती है। दिपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा होेती है। उस दिन गाय तथा इसके बच्चों की पूजा होती है। इन्हें चावल बनाकर खिलाते है। इनके शरीर पर रंगों लगाते हैं व सिंगों पर तेल लगाते है। इन्हंे फूलों की माला पहनाकर सजाया जाता है। गोबर से गाय तथा इनके बच्चे बनाये जाते है तथा इनकी पूजा करके प्रसाद वितरित किया जाता है। इसे पीछे सामाजिक कारण तो है ही साथ ही वैज्ञानिक कारण भी है, वैज्ञानिकों ने यह दावा किया है कि गौ मूत्र और गोबर विषैली किरणों तथा विकिरण दोनों को रोकने वाला होता है। आजकल गौ मूत्र तमाम औषधियों तथा अन्य उपयोगी वस्तुओं मंे प्रयोग हो रहा है। वैज्ञानिकांे ने माना है कि गौ मूत्र अनेक पेट के रोगों के लिए उपयोगी सिद्ध हुआ है।