मधुरम समय
़पर्यटन नगरी पौड़ी अत्यन्त सुन्दर
मधुरम समय,देहरादून। पर्यटन नगरी पौड़ी के दृश्य अत्यधिक सुन्दर है। सूर्य के दर्शन के साथ नगर की सुबह की शुरूआत होती है। यहां की चैखम्बा पर्वत श्रृंखलाएं मन को मोह लेती है। सांयकाल से सूर्यास्त के बाद का गगनपाडस्यूं घाटी का नजारा देखने लायक है। शहर के शीर्ष पर न्याय का देवता कंडोलिया व यम की तपस्थली क्यूंकालेश्वर मन्दिर और इन सब के शीर्ष पर बांज व बुरांश के घने जंगल हैं। जो पर्यटन नगरी की शोभा बढ़ाते हैं। पौड़ी शहर समुद्र तल से 1800 मीटर पर स्थित है। नगर क्षेत्र में आधुनिकता भी दिखती है। गावों में लोग खेतों में खुब मेहनत करते है। महिलाएं चैती गीत गाती हैं। शीर्ष पर न्याय का देवता जहां पौड़ी के मूल निवासी डुंगरियाल जाति के लोगों का आराध्य है, वहीं शहर के बीचों-बीच स्थित लक्ष्मीनारायण मन्दिर में प्रतिदिन भक्तों की भीड लगी रहती है। इसके अलावा नागदेवता क्यूंकालेश्वर हनुमान मन्दिर, पैणनी स्थित राइ देव मन्दिर,मजरा महादेव स्थित अर्द्धनागरीश्वर,धाम, ताराकुण्ड, उल्खागढ़ी घण्डियाल आदि देवी-देवताओं के मन्दिर यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देती है। बांज के जंगल व ठण्डी हवाओं के कारण इसे गर्मियों का स्वर्ग भी कहा जाता है तो सर्दियों में सैलानी बर्फवारी का आनन्द उठाते हैं।
नम्रता और मीठे वचन ही मनुष्य के आभूषण हैं।
'स्वामी विवेकानन्द'