मधुरम समय
कमलेश्वर महादेव का मंदिर
मधुरम समय, देहरादून। ऐसा बताया जाता है कि जब हनुमान जी कैलाश पर्वत से शिवलिंग लेकर रामेश्वर की ओर जा रहे थे, तो इस क्षेत्र उन्हें सुन्दर ताल दिखाई दिया और उसमें कमल के समान फूल दिखाई दिये, फूलों को देखकर हनुमान जी फूल तोड़ने की जिज्ञासा से ताल उतरे और शिवलिंग को भूलवश किनारे पर रख दिया। जब वे फूल तोड़कर लौटे और शिवलिंग वहीं भूल गये, उसे उठाना भूल गये। बताया जाता है कि हनुमान जी को एैसा कहा गया था कि शिवलिंग को कहीं रखना नहीं है। वे ये भूल गये। शिवलिंग को वहां रख दिया। जिससे वह वहीं पर स्थापित हो गया। यहां पर हनुमान जी ने बुरांश के फूल को कमल समझा और तभी से इस तीर्थ का नाम कमलेश्वर पड़ गया। यहां पर शिवरात्रि को विशाल मेला आयोजित होता हैै।