मधुरम समय, देहरादून। शनि सौरमण्डल का सबसे सुन्दर ग्रह है। सौरमण्डल के सबसे बड़े ग्रह के बाद शनि का स्थान आता है। हमारी पृथ्वी सूर्य से 15 करोड़ किमी दूर है। इस ग्रह को नग्न आंखों से देखा जा सकता है। ज्योतिषियों के अनुसार यह ग्रह इतना अशुभ है कि जिस राशि में इसका निवास होता है, यह उस राशि पर भंयकर प्रभाव डालता है। काफी समय तक यह उस इस राशि का पीछा नहीं छोड़ता। ग्रहों के क्रमानुसार सौरमण्डल में शनि का स्थान छठे स्थान पर है। यह वृहस्पति और यूरेनस के मध्य सूर्य की परिक्रमा करता है। यह ग्रह धीमी गति से सूर्य के चारों ओर करीब 30 वर्ष में एक चक्कर पूरा करता है। शनि का दिन हमारे दिन से छोटा होता है। शनि अत्यन्त ठण्डा ग्रह है। शनि के वायुमण्डल का तापमान शून्य से 350 सेंटीग्रेड नीचे रहता है। अतः यहां जीवन सम्भव नहीं है। शनि को दूरबीन से देखें तो इसके चारों ओर वलय या घेरे दिखाई देते हैं। इससे इसकी सुन्दरता काफी बढ़ जाती है। शनि जितना विशाल है उतना ही आकर्षक भी है।
''जो कुछ तुम आज कर सकते हो उसे कल के भरोसे पर कभी मत छोड़ो''