मधुरम समय
जीवन जीना एक कला है
मधुरम समय, देहरादून। जीवन जीना एक कला कहा जाता है। हम किस रूप में हैं और किस परिवार में जन्मंे हैं। यह तो नयति है। लेकिन यह नियति नहीं कि हम जीवन कैसा जीएं। यह बहुत कुछ हमारे हाथ में होता है। हमें जीवन को एक उत्सव रूप में जीना चाहिए। जीवन में उत्साह उन्हीं के होता है जो सब कुछ करने के उत्सुक रहते हैं। जहां उत्साह होता है वहीं रस होता है। और रस वहीं होता है जहां जीवन में गति होती है। इसलिए हमारा जीवन गतिशील होना चाहिए। बहते पानी की तरह हमारा जीवन होना चाहिए। यदि हम एक स्थान पर ठहर गए तो जीवन स्थिर हो जाता है। इसलिए हमें अपने जीवन को गतिशील बनाना चाहिए।